upsc in hindi ki puri jaankari padhe UPSC civil services exam

यूपीएससी सिविल सर्विस प्रिलिम्स एग्जाम 2020 की नोटिफिकेशन निकल चुकी है। चलिये अब UPSC की इस भर्ती के बारे में विस्तार से जानते है।

इस आर्टिकल में आप जानेंगे…

यूपीएससी में अपोइंटमेंट

सिविल सर्विस परीक्षा 2020 की जानकारी

यूपीएससी के लिए योग्यता

यूपीएससी का सिलेक्शन प्रोसेस और परीक्षा पैटर्न

यूपीएससी परीक्षा का सिलेबस


यूपीएससी के बारे में

यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन जिसको लोग यूपीएससी के नाम से जानते हैं, भारत की प्रीमियर सेंट्रल रिक्रूटिंग एजेंसी है। इस एजेंसी की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है अपॉइंटमेंट्स और परीक्षा सेंट्रल सर्विस के ग्रुप ए और ग्रुप बी के लिए। यह एजेंसी रॉयल कमीशन के नाम से लॉर्ड ली ऑफ़ फ़रहाम की चैरमनशिप में और ब्रिटिश गवर्नमेंट के दौरान साल 1923 में आयी थी।

इसके बाद सन 1935 में गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट के अंतर्गत फ़ेडरल पब्लिक सर्विस कमीशन इंटरोड्यूस हुआ था जो आज़ादी के बाद बन गया यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन और 26 जनवरी 1950 में इस कमीशन को संवैधानिक स्थिति मिली थी।

संवैधानिक स्थिति

यूपीएससी की संवैधानिक स्थिति के बारे में भारत के संविधान के पार्ट XIV में दिया हुआ है। इसके मुताबिक पार्ट XIV के आर्टिकल 315 से लेकर आर्टिकल 323 में जिसमें सर्विसेज अंडर यूनियन एंड स्टेट्स पब्लिक सर्विस कमीशन के बारे में जानकारी दी गयी है यूनियन और हर एक स्टेट्स पर। यूपीएससी हमारे संविधान में उन गिने चुने इंस्टीटूशन्स में से है जो की स्वराज और आजादी से काम करते हैं जैसे कि इलेक्शन कमीशन और हमारे देश की उच्च न्यायपालिका।

यूपीएससी में अपोइंटमेंट 

Article 316 के मुताबिक यूपीएससी के चेयरमैन और बाकी सदस्यों को हमारे देश के प्रेजिडेंट द्वारा अपोइंट किया जाता है, इसके अलावा अगर किसी भी कारण की वजह से चेयरमैन की सीट खाली हो जाती है तो प्रेजिडेंट कमीशन के बाकी मेंबर्स में से किसी एक सदस्य का चयन करते हैं जो फिर चेयरमैन का रोल ले लेता है।

Article 319 के मुताबिक कोई भी इंसान अपने चेयरमैन की कार्यकाल के समाप्ति के बाद उस ऑफिस में फिर से नियुक्त नहीं हो सकता है। मगर एक कमीशन का मेंबर एलिजिबल होगा फिर से नियुक्ति के लिए चेयरमैन के रूप में अपने टर्म की समाप्ति के बाद।

यूपीएससी के फंक्शन

Article 320 के मुताबिक यूपीएससी की ड्यूटी होती है कि वह परीक्षाएँ कंडक्ट करवाएं अपॉइंटमेंट्स के लिए यूनियन की सर्विसेज में।

इसके अलावा यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन से इन मुद्दों पर कंसल्ट किया जाएगा:

  • रिक्रूटमेंट के तरीके सिविल सर्विसेज और सिविल पोस्ट्स के लिए।
  • अपॉइंटमेंट्स करना सिविल सर्विसेज और सिविल पोस्ट्स के लिए।
  • ट्रांसफर्स और प्रोमोशंस करना एक सर्विस से दूसरी सर्विस में।
  • उपयुक्त उम्मीदवारों को ढूंढ़ना और चयन करना अपॉइंटमेंट्स, प्रमोशन और ट्रांसफर्स के लिए।
  • सारे अनुशासित मुद्दों में जो एक सर्विंग सिविल सर्वेंट से जुड़े हुए हों।
  • हर वो अवॉर्ड ऑफ पेंशन के क्लैम जो इंजरी से जुड़े हुए हों उस सील सर्वण्ट की जिससे वो इंजरी सर्विस करते समय हुई हों।

यूपीएससी के ग्रुप

यूपीएससी में मुख्यतः तीन ग्रुप होते हैं ऑल इंडिया सर्विस, ग्रुप ए और ग्रुप बी जिसमें कैंडिडेट्स को अपॉइंटमेंट दी जाती है। इन ग्रुप में कैंडिडेट्स को अपॉइंटमेंट अपने यूपीएससी के सिलेक्शन प्रोसेस की परफॉरमेंस के आधार पर मिलती है। इसका उदाहरण है कि जो कैंडिडेट्स यूपीएससी के सिलेक्शन प्रोसेस में बहुत अच्छा करते हैं उन्हें ऑल इंडिया सर्विसेज या ग्रुप ए की प्रेफरेंस मिलती है और बाकी कैंडिडेट्स जो क्वालीफाई कर जाते हैं उन्हें ग्रुप बी की प्रेफरेंस मिलती है।

ऑल इंडिया सर्विस

सेंट्रल सर्विस (ग्रुप ए)

ग्रुप बी सर्विस

सिविल सर्विस परीक्षा 2020 की जानकारी

महत्वपूर्ण सिविल सर्विस की पोस्ट के बारे में पूरी जानकारी पाने के लिए देखिये हमारे ये आर्टिकल:

यूपीएससी के लिए योग्यता

1) राष्ट्रीयता

यूपीएससी के लिए योग्य होने के लिए कैंडिडेट्स को भारत का नागरिक होना बहुत जरुरी है, अगर किसी कैंडिडेट के पास भारतीय राष्ट्रीयता नहीं है तो वह इस पेपर के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाएंगे।

2) शैक्षिक योग्यता

यूपीएससी के लिए आवेदक के पास किसी भी मान्यताप्राप्त भारतीय यूनिवर्सिटी, कॉलेज या इंस्टीटूशन की बैचलर्स डिग्री होना ज़रूरी है।

3) आयु सीमा

जनरल केटेगरी की न्यूनतम आयु सीमा 21 साल है (1 अगस्त 1999 के बाद जन्म नहीं हुआ होना चाहिए) और अधिकतम आयु सीमा 32 साल (2 अगस्त 1988 से पहले का जन्म नहीं हुआ होना चाहिए)

इसके अलावा कुछ और आयु से जुड़े क्राइटिरिया:

  • एससी/एसटी के आवेदकों को अधिकतम आयु सीमा में 5 साल की छूट मिलती है।
  • ओबीसी के आवेदकों को 3 साल की छूट मिलती है।
  • कैंडिडेट्स जो जम्मू & कश्मीर में 1 जनवरी 1981 से 31 दिसंबर 1990 तक रहते थे, उनको 5 साल की छूट मिलती है।
  • 3 साल की छूट उन कैंडिडेट्स को मिलती है जो डिफेंस सर्विस पर्सनल होते हैं और जो डिसेबल्ड हो जाते हैं सर्विस के दौरान दुश्मन देश में या फिर देश के किसी डिस्टर्ब्ड एरिया में।
  • उन आवेदकों को 5 साल की छूट मिलती है जो एक्स-सर्विसमैन होते है, कमीशंड ऑफिसर्स और ईसीओ/एसएससीओ को मिलाकर जिन्होंने कम से कम 5 साल की मिलिट्री सर्विस की हो 1 अगस्त 2020 तक और जो रिलीज़ हो गए हैं क्यूंकि:
  1. उन्होंने अपना असाइनमेंट खत्म कर दिया।
  2. जिनकी कोई फिजिकल डिसेबिलिटी हो गयी हो सर्विस के दौरान।
  3. या फिर इनवेलिडमेंट के कारण।
  • 5 साल की छूट ईसीओ/एसएससीओ के कैंडिडेट्स को जिन्होंने असाइनमेंट की प्रारंभिक अवधि जो कि 5 साल की मिलिट्री सर्विस होती है पूरी कर दी हो 1 अगस्त 2020 तक साथ ही साथ उनका असाइनमेंट एक्सटेंड हो गया हो प्रारंभिक अवधि से ज़्यादा जिसकी वजह से मिनिस्ट्री ऑफ़ डिफेंस एक सर्टिफिकेट जारी करेगा जिससे कैंडिडेट अप्लाई कर सकते हैं सिविल एम्प्लॉयमेंट के लिए।
  • पीडबल्यूडी के आवेदकों को 10 साल तक की छूट मिलती है।

4) फिजिकल स्टैंडर्ड

भारत सरकार द्वारा फॉर्म किया हुआ फिजिकल टेस्ट क्वालीफाई करना भी बहुत जरूरी है।

  • सर्विस के लिए फिजिकली फिट होना बहुत जरूरी है।
  • साथ में आवेदक का मानसिक रूप से भी फिट रहना जरूरी है।
  • जो उम्मीदवार मानसिक और फिजिकल फिटनेस टेस्ट में क्वालिफ़ाई नहीं कर पाते है उन्हें नियुक्त नहीं किया जाता है।

5) अंग्रेजी

किसी भी सिविल सर्विस के प्रोफेशन के लिए अंग्रेजी हर कैंडिडेट के लिए अनिवार्य होता है। इंग्लिश में पकड़ अच्छी होना ज़रूरी होता है पब्लिक सर्विस में काम करने के लिए।

6) मौके

श्रेणीअवसर
सामान्य6
एससी/एसटीकोई सीमा नहीं
ओबीसी9

7) यूपीएससी परीक्षा 2020 की महत्वपूर्ण तिथियाँ

कार्यक्रमतिथियाँ
अप्लाई की प्रारंभिक तिथि12-02-2020
अप्लाई की अंतिम तिथि 03-03-2020
फीस भरने की अंतिम तिथि (कैश द्वारा)02-03-2020
फीस भरने की अंतिम तिथि (ऑनलाइन)03-03-2020
एप्लिकेशन वापस लेने की अंतिम तिथि12 to 18-03-2020 को 6:00 pm तक
प्रिलिमिनरी परीक्षा की तिथि31-05-2020

यूपीएससी की चयन प्रक्रिया

यूपीएससी का सिलेक्शन प्रोसेस 3 स्टेप का होता है, जो है

  • स्टेप 1 – प्रिलिम्स परीक्षा
  • स्टेप 2 – मुख्य परीक्षा (लिखित + पर्सनलिटी टेस्ट)
  • स्टेप 3 – इंटरव्यू

प्रिलिम्स परीक्षा

यूपीएससी के लिए क्वालीफाई करने के लिए सबसे पहला स्टेप प्रिलिमिनरी एग्जामिनेशन यानि की प्रीलिम्स का होता है। प्रीलिम्स में मुख्यतः दो पेपर होते हैं। ये दोनों पेपर्स ऑब्जेक्टिव टाइप होते है।

I) सिविल सर्विस (प्रिलिमिनरी) परीक्षा का पेपर-1

II) पेपर-II ऑफ़ सिविल सर्विसेज (प्रिलिमिनरी) एग्जामिनेशन ऑफ़ जनरल स्टडीज में 33% क्वालीफाइंग मार्क्स लाने ज़रूरी है मुख्य परीक्षा के लिए क्वालीफाई करने के लिए।

  • ये दोनों परीक्षायें 200 अंकों की होती है मतलब 400 अंक होते है प्रिलिम्स में।
  • इस परीक्षा की अवधि 4 घंटे होती है मतलब 2-2 घंटे की परीक्षा होती है।
  • प्रश्न पत्र दोनों हिंदी & इंग्लिश में सेट किया जायेगा।
  • प्रीलिम्स में गलत उत्तर देने पर 0.33 अंक काटे जाते है।
  • अगर किसी कैंडिडेट ने एक से ज्यादा आंसर मार्क किया तो उसे गलत माना जायेगा चाहे उनमें से एक सही भी क्यों न हों।
  • जवाब न देने पर कोई नंबर नहीं काटा जाएगा।

मुख्य परीक्षा

प्रीलिम्स क्लियर करने के बाद अगला स्टेप होता है मुख्य परीक्षा का। इसमें क्वालीफाई करने के लिए कैंडिडेट्स को कम से कम 33% और ज़्यादा मार्क्स लाने होते हैं प्रीलिम्स के एग्जाम में। मुख्य में दो एग्जाम होते है लिखित और पर्सनालिटी टेस्ट।

  • लिखित परीक्षा में कुल 9 पेपर होंगे जिसमें से 2 पेपर क्वालीफाइंग पेपर होंगे।
  • यह परीक्षा निबंध फॉर्मेट में होती है। हर परीक्षा की अवधि 3 घंटे होगी।
  • पेपर हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में होगा।

क्वालिफ़ाइंग पेपर

Paper-Aभाषाई टेस्ट300 अंक
Paper-Bअंग्रेजी300 अंक

मेरिट पेपर

पेपरविषयअंक
पेपर – Iनिबंध250 अंक
पेपर- IIसामान्य अध्ययन- I (भारतीय विरासत और संस्कृति, इतिहास और
विश्व और समाज का भूगोल)
250 अंक
पेपर-IIIसामान्य अध्ययन -II (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध)250 अंक
पेपर -IVसामान्य अध्ययन-आठवीं (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास,
जैव-विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन)
250 अंक
पेपर -वीसामान्य अध्ययन -IV (नैतिकता, अखंडता और योग्यता)250 अंक
पेपर -VIवैकल्पिक विषय – पेपर १250 अंक
पेपर -VIIवैकल्पिक विषय – पेपर 2250 अंक
उप कुल (लिखित परीक्षा)1750 अंक
व्यक्तित्व परिक्षण275 अंक
कुल योग2025 अंक

मुख्य परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषयों की सूची:

(i) कृषि
  (ii) पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान
  (iii) नृविज्ञान
  (iv) वनस्पति विज्ञान
  (v) रसायन विज्ञान
  (vi) सिविल इंजीनियरिंग
  (vii) वाणिज्य और लेखा
  (viii) अर्थशास्त्र
  (ix) इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  (x) भूगोल
  (xi) भूविज्ञान
  (xii) इतिहास
  (xiii) कानून
  (xiv) प्रबंधन
  (xv) गणित
  (xvi) मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  (xvii) मेडिकल साइंस
  (xviii) दर्शनशास्त्र
  (xix) भौतिकी
  (xx) राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध
  (xxi) मनोविज्ञान
  (xxii) लोक प्रशासन
  (xxiii) समाजशास्त्र
  (xxiv) सांख्यिकी
  (xxv) जूलॉजी
  (xxvi) निम्नलिखित में से किसी एक भाषा का साहित्य:

असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, ओडिया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू और अंग्रेजी।

इंटरव्यू टेस्ट

कैंडिडेट का इंटरव्यू बोर्ड द्वारा किया जाता है जिसमें उनसे जनरल इंटरेस्ट के सवाल पूछे जाते है। इस इंटरव्यू में कैंडिडेट के करियर से जुड़े सवाल भी होते है। इस इंटरव्यू से कैंडिडेट की मानसिक क्षमता का टेस्ट किया जाता है ताकि बोर्ड कैंडिडेट की मेन्टल अलर्टनेस, क्रिटिकल पावर, क्लियर एंड लॉजिकल थिंकिंग, क्रिटिकल वैरायटी एंड डेप्थ ऑफ़ इंटरेस्ट, एबिलिटी फॉर सोशल कोहेशन एंड लीडरशिप, इंटेलेक्चुअल एंड मोरल इंटीग्रिटी को समझ सके।

यूपीएससी परीक्षा का सिलेबस

यूपीएससी परीक्षा में जो टॉपिक्स पूछें जाते हैं उनके उदाहरण हैं- इंग्लिश, जनरल अवेयरनेस, साइंस, इंडियन इकॉनमी इत्यादि। सिलेबस के बारे में और जानने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें: यूपीएससी का सिलेबस

यूपीएससी के परीक्षा केंद्र

IAS / IPS / IFS / IRS प्रारंभिक परीक्षा केंद्र

अगरतलाकोयंबटूरइंदौरमैसूरसिलीगुड़ी
आगराकटकइटानगरनागपुरश्रीनगर
अजमेरदेहरादूनजबलपुरनवी मुंबईठाणे
दिल्लीजयपुरअहमदाबादगौतम बुद्ध नगरतिरुवनंतपुरम
आइजोलधारवाड़जम्मूपणजीतिरुचिरापल्ली
अलीगढ़दिसपुरजोधपुरपटनातिरुपति
प्रयागराजफरीदाबादजोरहाटपोर्ट ब्लेयरउदयपुर
अनंतपुरगंगटोककोच्चिपुडुचेरीवाराणसी
औरंगाबादगयाकोहिमापुणेवेल्लोर
बैंगलोरगाज़ियाबादकोलकातारायपुरविजयवाड़ा
बरेलीगोरखपुरकोझिकोडराजकोटविशाखापत्तनम
भोपालगुडगाँवलखनऊरांचीवारंगल
बिलासपुरग्वालियरलुधियानासंबलपुरचंडीगढ़
हैदराबादमदुरैशिलांगचेन्नईइंफाल
मुंबईशिमला


IAS / IPS / IFS / IRS Mains परीक्षा केंद्र

अहमदाबाददेहरादूनमुंबई
आइजोलदिल्लीपटना
प्रयागराजदिसपुररायपुर
बेंगलुरुहैदराबादरांची
भोपालजयपुरशिलांग
चंडीगढ़जम्मूशिमला
चेन्नईकोलकातातिरुवनंतपुरम
कटकलखनऊविजयवाड़ा

परीक्षा केंद्र का आवंटन

  • एग्जाम सेंटर का एलोकेशन ‘फर्स्ट-अप्लाई-फर्स्ट-अल्लोट’ के आधार पर होती है।
  • जब एक सेंटर की कैपेसिटी फुल हो जाती है तब उसकी एलोकेशन होना बंद हो जाता है।
  • ऐसा एडवाइस किया जाता है कि कैंडिडेट्स जल्दी अप्लाई करें ताकि उन्हें अपने चॉइस वाला एग्जाम सेंटर मिल जाए।
  • बाद में कोई भी कैंडिडेट की सेंटर चेंज करने की रिक्वेस्ट बिलकुल भी नहीं मानी जाती है।

उम्मीद करते है कि आपको यूपीएससी परीक्षा के बारे में अच्छे से जानकारी मिल गयी होगी। अगर कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।

जन्म से ही क्रिकेट का दीवाना हूँ लेकिन क्रिकेटर बन नहीं सका और अब विकिपीडियन बनकर खिलाड़ियों पर लिखना शौक बना दिया है।

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