पर्सनालिटी डेवलपमेंट

जब भी हम पहली बार किसी व्यक्ति से मिलते हैं या जब कोई अपना परिचय हमसे कराता है तो हम सबसे पहले उस व्यक्ति के पर्सनालिटी को ही जानते हैं। पर्सनालिटी यानि व्यक्तित्व एक ऐसी क्वालिटी है जो इंसान के व्यवहार और रवैये के बारे में सब कुछ बता देती है। आज हम पर्सनालिटी डेवलपमेंट इन हिंदी के बारें में जानेंगे और समझेंगे व्यक्तित्व का विकास कैसे करें।

इस आर्टिकल में हम बात करेंगे –

पर्सनालिटी डेवलपमेंट क्या है?

पर्सनालिटी डेवलपमेंट क्यों जरुरी है?

पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें?

पर्सनालिटी डेवलपमेंट क्या है ?

पर्सनालिटी डेवलपमेंट का मतलब होता है अपने व्यक्तित्व को उभारना यानि व्यक्तित्व का विकास। पर्सनालिटी डेवलपमेंट में आपको अपने पर्सनल बिहेवियर, ऐटिटूड, प्रस्तुति का तरीका, लोगों से बात करने का तरीका और ऐसी ही बहुत सी चीज़ों को उभारना होता है।

पर्सनालिटी डेवलपमेंट से आपके स्वभाव और व्यवहार में काफी सुधार आता है और ये केवल आप पर ही सकारात्मक असर नहीं डालता बल्कि आपके आस पास के लोगों का भी आपके तरफ एक सकारात्मक रवैया विकसित होता है।

जब भी हम व्यक्तित्व विकास की बात करते हैं तो हम निचे बताये गये गुणों में सुधार करते हैं –

  • आत्म जागरूकता यानि अपना चरित्र और अपनी भावनाएं को समझें।
  • आत्म-पहचान और आत्म-सम्मान यानि अपनी पर्सनालिटी और अपने आप को समझना।
  • टैलेंट डेवलपमेंट यानी अपनी क्षमता को उभारना।
  • बिहेवियर और प्रेजेंटेशन स्किल को उभारना।
  • क्षमता की पहचान यानि अपनी काबिलियत पहचानना।
  • रिस्पांसिबिलिटी अवेयरनेस यानि दूसरों के प्रति आपकी जिम्मेदारी के लिए जागरूक रहना।
  • क्वालिटी ऑफ़ लाइफ को बेहतर करना यानि हेल्थ, हैप्पीनेस और कम्फर्ट को बेहतर बनाना।
  • शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करना।
  • आकांक्षा पूरी करना यानि जो सोचा, जो सपने हैं उसे पूरा करना।

पर्सनालिटी डेवलपमेंट क्यों जरुरी है ?

इस पर्सोनलिटी डेवलपमेंट शब्द के बारे में तो आपने खूब सुना होगा और हमने आपको बता भी दिया कि आखिर ये होता क्या है। मगर अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर क्यों जरुरी है अपने व्यक्तित्व का विकास करना और इससे मेरा क्या फायदा होगा।

बनाएं अपनी अलग पहचान

व्यक्तित्व का विकास करने पे आप दूसरों की तुलना में बेहतर ज़िन्दगी जीते हैं। इससे लोगों के मन में आपके लिए एक पॉजिटिव सोच बनती है और फिर लोग आपसे जुड़ना चाहते हैं और आपकी ही तरह बनना चाहते हैं। और ऐसा तो शायद ही कोई होगा जो ये न चाहे के लोग उनके जीवन शैली को फॉलो करें।

जीवन से तनाव और मतभेद को दूर करें

पर्सनालिटी डेवलपमेंट आपके ज़िन्दगी जीने के तरीके को बेहतर बनाता है। आपकी जीवन-शैली और ज़िन्दगी के प्रति सोच बदल जाती है और आप लाइफ में कमियों के बजाये पॉजिटिव चीजों की तरफ ज्यादा ध्यान देने लगते हैं जिसके वजह से आप ज्यादा खुश रहते हैं और खुशी आपके जीवन में तनाव को ऐसे ही कम कर देती है।

लाइफ से नेगेटिविटी हो जाएगी दूर

अगर आप भी नकारात्मक रवैया रखते हैं, तो आप लाइफ के हर काम में प्रोब्लम्स ही पाएंगे। जबकि वो इंसान जिसके अंदर सकारात्मक रवैया होता है उसे हर मुश्किल में कहीं न कहीं उस मुश्किल से बाहर निकलने का उपाय दिखता है। इससे आपका काम कभी रुकता नहीं और आप लाइफ में हमेशा आगे बढ़ते हैं।

कौशल का विकास करें और आत्मविश्वास बढ़ायें

पर्सनालिटी डेवलपमेंट आपके निजी ज़िन्दगी के साथ-साथ आपकी पेशेवर ज़िंदगी पे भी काफी सकारात्मक प्रभाव डालता है। जब आप एक सकारात्मक रवैया रखते हैं तो आपके अंदर का कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है। और ये तो आप जानते ही हैं की आत्मविश्वास से भरा व्यक्ति जीवन में किसी भी मुकाम को हासिल कर सकता है।

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पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करें ?

अब जब आप समझ गए हैं के व्यक्तित्व विकास के कितने फायदे हैं तो अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर पर्सनालिटी डेवलपमेंट कैसे करे ?

तो इसका जवाब है के अपने लाइफ और जीने के ढंग में आपको कुछ चीज़ों का बदलाव करना होगा जिससे आपका व्यक्तित्व अच्छी से तैयार होने लगेगा। तो आइये बात करते हैं के क्या करें जिससे आप भी लाइफ में एक स्ट्रांग और अलग पर्सनालिटी बना सकते हैं।

कम्युनिकेशन स्किल को इम्प्रूव करें

सबसे पहली बात जो बहुत जरुरी है वो है की आप किसी से कैसे बात करते हैं। जब भी आप किसी अनजान व्यक्ति से मिलते हैं तो उस इंसान को जानने की प्रक्रिया बात-चीत से ही होती है। अगर वो व्यक्ति आपसे अच्छी तरह बात नहीं करता है तो आपका मन नहीं करता आगे उस इंसान से बात करने का और अगर वही व्यक्ति आपसे ऐसे बात करता है जिससे आपका मन को ख़ुशी मिलती है तो आप बहुत जल्दी उस इंसान से घुल मिल जाते हैं।

यही बात आपको भी ध्यान रखनी है के आप किसी से कैसे बात करते है। तो चलिए हम आपको बताते हैं के वो क्या बदलाव हैं जिनसे आप अपने बात करने के तरीके को इम्प्रूव कर सकते हैं –

  • हमेशा अपनी आवाज़ को सॉफ्ट रखें और न ही धीरे बोलें और न ही तेज़।
  • कुछ भी बोलने से पहले सोचें कि आपकी बोली हुई बात सामने वाले को बुरी न लगे।
  • जब भी बात करें तो सामने वाले इंसान की तरफ देखकर ही बात करें।
  • बोलने से पहले सुनने की क्षमता को बढ़ाएं। आप जितने ध्यान से सामने वाले की बात को सुनेंगे आपकी बात को भी सामने वाला उतना ही सुनेगा।
  • इंडिया में हिंदी के साथ ही साथ इंग्लिश लैंग्वेज का भी जानना जरुरी है। इसीलिए कोशिश करें कि आप इंग्लिश बोलना भी सीखें जिसके लिए आप मैगजीन्स पढ़ें, बुक्स पढ़ें, और अपने दोस्तों से इंग्लिश में बात करने की कोशिश करे।
  • किसी भी बात को कम शब्दों में समझाने की कोशिश करें।

बॉडी लैंग्वेज को भी इम्प्रूव करें

बॉडी लैंग्वेज का मतलब है के आपका शारीरिक हाव-भाव कैसा है। इसमें आपको काफी चीज़ों का ध्यान रखना होता है जैसे –

  • अपने बैठने के तरीके को सुधारें। जब भी आप किसी के सामने बैठे तो ऐसे बैठें के सामने वाले को देखकर ऐसा न लगे के आप अपने घर में बैठे हैं। बैठने के तरीके को प्रोफेशनल रखें।
  • चलते वक़्त भी ध्यान रखें के आराम से चलें और किसी और को धक्का देते हुए न चलें।
  • जब भी हँसे तो ऐसे हसें जिसमें ज्यादा आवाज़ न हो। मगर इसका मतलब ये नहीं की आप खुलकर न हंसे। बस आपके हंसने से किसी और को आपत्ति न हो।
  • जब आप किसी के सामने खड़े हैं, तो ऐसे खड़े न हो जिससे लगे कि आपमें बहुत ज्यादा ऐटिटूड है। पॉकेट में हाथ रखकर या वैसे ही मिलते-जुलते तरीके से खड़े होने पे ऐसा लग सकता है के आपमें जरुरत से ज्यादा अकड़ है। इसीलिए इन आदतों से बचें।
  • किसी से बात करते वक़्त या कुछ समझते वक़्त बहुत ज्यादा हाथों से बात को एक्सप्रेस करने की कोशिश न करें।

ड्रेसिंग सेंस को सुधारें

ड्रेसिंग सेंस का मतलब है कपड़े पहनने के तरीके और पसंद का ध्यान रखना। अब मान लीजिए आप किसी ऑफिसियल मीटिंग में जा रहे हैं उस वक़्त अगर आप कोई ऐसा कपड़ा पहन लेते हैं जिसमें पार्टी वियर का लुक आ रहा हो तो आपने गलत कपड़े पहने हैं। इसीलिए ड्रेसिंग सेंस इम्प्रूव करने के लिए इन कुछ बातों का ध्यान रखें –

  • किसी भी ऑफिसियल मीटिंग में या प्रोफेशनल जगह साफ़-सुथरे और सभ्य कपड़े पहन कर जाएं।
  • अगर आप पार्टी में जा रहे हैं तो पार्टी वियर कपड़े पहने, फॉर्मल कपड़े ना पहनें।
  • जब भी बाहर निकले तो घर के बाहर पहनने वाले कपड़ों में ही निकलें। नाईट ड्रेस या घर के कपड़ो में न निकलें।
  • कपड़े हमेशा प्रेस किये हुए हो और उनमें दाग धब्बे न लगे हों।

लुक्स पर भी ध्यान दें

लुक्स का मतलब है, के आप कैसे अपने आप को मेन्टेन करते हैं। हम बता दें के लुक्स में आपके रंग से फर्क नहीं पड़ता। मगर इन कुछ बातों का ध्यान रखना आपके पर्सनालिटी के लिए अच्छा है –

  • जब भी बाहर जाएं अपने बालों को अच्छे से कंघी करके जाएं। बिखरे हुए बालों से आपका इम्प्रैशन अच्छा नहीं बनता।
  • नेल्स को साफ़ रखे। उचित आकार के और साफ़-सुथरे नाखून से भी आपका लुक इम्प्रूव होता है।
  • बहुत ज्यादा मेकअप न करें। परिस्थिति के अनुसार मेक-अप करें, जैसे ऑफिस में आपका मेकअप लाइट होना चाहिए और कहीं बाहर जाते वक़्त भी अपना मेकअप ऐसा न करें कि आपका चेहरा अजीब दिखने लगे।
  • अपने फुटवियर को भी ऐसा रखें जो आपके ड्रेस से मैच करे। जैसे फॉर्मल कपड़ों पे फॉर्मल शू या सैंडलस ही अच्छे लगते हैं। उनपे ज्यादा चमकीले या रंग बिरंगे फुटवेयर्स अच्छे नहीं लगते।
  • अपने आप को ग्रूम करके रखें। किसी भी पेशेवर क्षेत्र में आप देखेंगे के लोगों के बाल सही से सेट होते हैं, बॉडी मैनटैनेड होती है, कपड़े अच्छे से पहने हुए होते हैं और ये चीज़ें किसी को भी पहली नज़र में प्रभावित करती है।

लोगों के प्रति अपने व्यवहार को अच्छा रखें

आपका व्यवयार आपके व्यक्तित्व के लिए काफी महत्वपूर्ण है। आपका व्यवयार आपके चरित्र के बारे में बहुत कुछ बताता है। इसलिए अपने व्यक्तित्व से जुड़ी इन बातों का ध्यान रखें –

  • सबसे सम्मानपूर्वक बात करें। चाहे वो छोटा हो या बड़ा, अमीर हो या गरीब, आपका व्यवयार सबके प्रति एक जैसा होना चहिये।
  • जब भी आप किसी से मिले तो उसे नमस्कार करें और स्माइल करके बात करना न भूलें। यानि किसी से मिलने पर उसे “हाय”, “हैलो”, “गुड मॉर्निंग”, “गुड इवनिंग” वग़ैरह जरूर कहें।
  • किसी से भी अशिष्टतापूर्वक बात न करें। अगर आपको ऐसा लगता है कि सामने वाला कुछ गलत कर रहा है तो उसे आराम से समझाएं न की उसपे चिल्लाएं।
  • इसके अलावा अगर आपने किसी को टाइम दिया हुआ है, या मीटिंग के लिए कोई समय निर्धारित किया है, तो उसी समय पर पहुंचे। किसी को इंतजार करवाना अच्छी बात नहीं होती।
  • हर बात पे बहस न करें। सुने, समझे और फिर लगे कि कोई बात गलत है तो ही बोलें।

आत्मविश्वास को बढ़ाएं

ऊपर दी गयी बातों को फॉलो करने पर वैसे भी आपका आत्मविश्वास बढ़ जायेगा। मगर तब भी आपको लगे कि आपका कॉन्फिडेंस कम है तो इन कुछ बातों का ध्यान रखें-

  • अपनी ताकत और कमजोरियों का ध्यान रखें। आपको जब अपनी ताकत का पता होगा तो आप उसका इस्तेमाल करके अपना आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं और अपने कमजोरियों को भी दूर कर सकते हैं।
  • हमेशा मुस्कुराते करें। आपका मुस्कुराता चेहरा आपके कॉन्फिडेंस को बढ़ाएगा क्यूंकि इससे लोग आपसे बात करना चाहेंगे और आपका आचरण उन्हें पसंद आएगा।
  • अपने काम को ध्यान से करें। आप जो भी काम करते हैं, पढाई या नौकरी, आपको अपने कोर्स या अपने जॉब की पूरी जानकारी होनी चहिये। ताकि कोई आपसे आपके काम को लेकर सवाल करे तो आप उसे जवाब दे सकें।
  • हमेशा आसान काम पहले करें और मुश्किल काम बाद में। आसान काम के वजह से आपका कॉन्फिडेंस बढ़ जायेगा और सेल्फ–कॉन्फिडेंस आपको मुश्किल काम को भी आसानी से खत्म करने में मदद करेगा।
  • डर के न जियें। गलतियां हर किसी से होती है, अपनी गलती से सीख लें और आगे बढ़ें। हर काम किसी न किसी के लिए नया ही होता है मगर उस काम को करते-करते आप उसे आसानी से सिख जाते हैं।
  • कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए आपको नए स्किल्स सीखने भी बहुत जरुरी है। जितनी ज्यादा स्किल्स आपमें होंगी उतना ही आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। स्किल डेवलपमेंट से जुड़े आर्टिकल्स पढ़ने के लिए आप यहाँ क्लिक करें

ऊपर बताई गयी सारी बातें आपके व्यक्तित्व के विकास के लिए काफी उपयोगी है। मगर ये बात काफी इम्पोर्टेन्ट है के आप कितने मन से चाहते हैं अपनी पर्सनालिटी को इम्प्रूव करना। अगर आप मन में ठान लें कि आपको भी अपनी एक अलग पहचान बनानी है और बाकियों से अलग बनना है तो मान लिजिये के कुछ हद तक आपने अपने व्यक्तित्व का विकास कर लिया है क्यूंकि अपने काम को पूरी शिद्दत से करना भी आपके व्यक्तित्व का एक हिस्सा है।

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अगर अब भी आपके मन में पर्सनालिटी डेवलपमेंट इन हिंदी और व्यक्तित्व के विकास से जुड़े सवाल हैं तो आप हमसे कमेंट में पूछ सकते हैं।

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