Flowbite Logo

सागरमाला परियोजना । महत्व । उद्देश्य । कारण 

March 13, 2024

date

4 Minutes

Table of Contents

परिचय

भारत की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण परियोजना में से एक है सागरमाला परियोजना (Sagarmala Project)। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य काफी अहम है जिसमें देश के बंदरगाहों को संगठित करना है। इससे यहाँ से वस्तुओं का परिवहन और निर्यात-आयात कार्य काफी बेहतर हो सकेगा। वहीं काम में आने वाली बाधाओं का अंत होगा। बता दें, सागरमाला परियोजना के तहत भारत के तटीय राज्य महाराष्ट्र (Maharashtra), गुजरात (Gujrat), गोवा (Goa), पश्चिम बंगाल (West Bengal), तमिलनाडु (Tamil Nadu), आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh), केरल (Kerala) और कर्नाटक (Karnataka) शामिल है उनपर एक समुद्री परियोजना के रूप में काम किया जा रहा है। इन सभी राज्यों के किनारे कई सारे बंदरगाह हैं जिसके विकास के लिए कार्य किया हो रहा है। बता दें, सागरमाला परियोजना की शुरुआत 25 मार्च 2015 में हुई जिसे भारतीय संसद द्वारा मंजूरी मिली। वहीं 31 जुलाई 2015 को इस परियोजना को शुरू की गयी। 

सागरमाला परियोजना से जुड़ी बातें

Looking for UPSC Coaching?

सागरमाला परियोजना की शुरुआत समुद्री व्यापार को बढ़ावा देने के लिए हुई है एवं देश के सभी बंदरगाहों seaport को जोड़ने का लक्ष्य भी इस परियोजना का हिस्सा है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य समुद्री और तटीय क्षेत्र की इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करना है। इस योजना के जरिये मेगा बंदरगाहों की स्थापना की गई। इसके अलावा 14 तटीय को काफी अपग्रेड किया गया। इसके बढ़ोतरी के लिए 8.5 ट्रिलियन का निवेश किया गया है। सागरमाला परियोजना के तहत माल परिवहन के विकास पर भी तेजी से कार्य किया जा रहा है। 

सागरमाला परियोजना के मुख्य उद्देश्य

सागरमाला परियोजना को कई सारे मुख्य उद्देश्यों के साथ शुरू किया गया है। बता दें, इस परियोजना का उद्देश्य भारत के समुद्री व्यापार maritime trade और तटीय क्षेत्र coastal area को मजबूत बनाना है, इससे भारत को आर्थिक लाभ होगा। इसके अलावा भी इस योजना में कई सारी चीजें शामिल है जिसे हम विस्तार से जानेंगे। 

तटीय और समुद्री क्षेत्र के विकास

सागरमाला परियोजना का मुख्य उद्देश्य तटीय एवं समुद्रीय क्षेत्र का विकास है। इसके द्वारा इन क्षत्रों का विकास तेजी से होगा, तभी इन क्षेत्रों पर नौकरियां बढ़ेंगी। 

समुद्री परिवहन को आसान और व्यापक बनाना

Looking for UPSC Coaching?

सागरमाला परियोजना का सबसे मुख्य उद्देश्य में से एक है समुद्री परिवहन को काफी आसान बनाना और व्यापक को उत्तेजित बनाना। इससे समुद्र में परिवहन की सुविधा काफी तेजी से बढ़ने लगेगी। इससे समुद्री व्यापार को काफी बढ़ावा मिलेगा। वहीं इससे आर्थिक लाभ होगा। समुद्री क्षेत्रों में नौकरियां बढ़ेंगी। इसलिए आर्थिक विकास के लिए सागरमाला परियोजना सबसे अहम भूमिका निभाता है। 

लोजिस्टिक्स में आएगा बदलाव

व्यापारिक और वाणिज्यिक गतिविधियों की लोजिस्टिक्स को सुधारना सागरमाला परियोजना का मुख्य उद्देश्य है। इससे सभी उत्पादक अपने उत्पाद को बड़े बाजारों तक आसानी से पंहुचा सकते हैं। इससे बिक्री बढ़ेगी और तेजी से आर्थिक लाभ होगा। इसके अलावा सागरमाला परियोजना के तहत नौवहन क्षेत्र में नए रोजगारों की उत्पत्ति होगी। इससे रोजगार बढ़ेंगे और भारतीय अर्थव्यवस्था का तेजी से विकास होगा।  

सागरमाला परियोजना की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं

बंदरगाह का होगा विकास

सागरमाला परियोजना के तहत कई सारे बंदरगाहों का विकास सुनिश्चित किया गया है। इसमें कुछ प्रसिद्ध बंदरगाह है जिसपर तेजी से कार्य किया जा रहा है। इसमें वडाला Wadala, कोच्ची Kochi, नागपट्टिनम Nagapattinam और मंगलुरु Mangaluru आदि बंदरगाह शामिल है। इसके अलावा तटीय और समुद्री क्षेत्र का विकास काफी तेजी से हो रहा है। 

Looking for UPSC Coaching?

सागरमाला परियोजना के तहत तटवर्ती शहरों को बड़े-बड़े मार्गों से जोड़ा जा रहा है। इसमें सड़क, वायु और समुद्री मार्ग शामिल है। इसके अलावा  व्यापारिक वाणिज्यिक गतिविधियों के साथ-साथ समुद्रीय परिवहन को काफी तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं समुद्री परिवहन के जरिये बंदरगाहों से माल के आवाजाही का भी बेहतर इंतजाम किया जा रहा है। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ेगा। इसके साथ मौजूदा बंदरगाहों एवं नए ग्रीनफील्ड बंदरगाहों की क्षमता का विकास काफी तेजी से हो रहा है। 

सागरमाला परियोजना के महत्व

सागरमाला परियोजना के समुद्री व्यापार के लिए बेहद अहम भूमिका निभाता है। इस परियोजना के तहत समुद्री व्यापार को काफी तेजी से बढ़ा रहा है। इसके अलावा भारतीय समुद्री व्यापार को अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने में सागरमाला परियोजना का प्रमुख योगदान है। 

वहीं अर्थव्यवस्था के विकास के लिए भी सागरमाला परियोजना सबसे अहम माना गया है।  परियोजना के तहत नौवहन क्षेत्रों में नए नए रोजगार आएंगे। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा जिसके कारण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान की जाएगी। 

सागरमाला परियोजना निष्कर्ष

सागरमाला परियोजना एक महत्वपूर्ण समुद्री परियोजना है। इससे भारत के समुद्री व्यापार को तेजी से बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा भारतीय तटीय क्षेत्रों का भी तेजी से विकास होगा। इससे लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। वहीं लोजिस्टिक्स को सुधारकर भारतीय अर्थव्यवस्था को नयी दिशा मिलेगी। इतना ही नहीं, सागरमाला परियोजना का उद्देश्य समुद्री व्यापार और तटीय क्षेत्र को मजबूत बनाना है। इससे देश की अर्थव्यवस्था काफी तेजी से आगे बढ़ेगी। 

Looking for UPSC Coaching?

More news and ideas from Josh Talks

Table of Content

परिचय

सागरमाला परियोजना से जुड़ी बातें

सागरमाला परियोजना के मुख्य उद्देश्य

तटीय और समुद्री क्षेत्र के विकास

समुद्री परिवहन को आसान और व्यापक बनाना

लोजिस्टिक्स में आएगा बदलाव

सागरमाला परियोजना की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं

सागरमाला परियोजना निष्कर्ष

Recommended for you

josh-image

© Josh Talks Part of Josh Group .
All rights reserved.

rss